आउटसोर्स कंपनी पर एफआईआर के लिए पुलिस की शरण में बिजली कंपनी लेकिन जिम्मेदारों पर चुप्पी Digital Education Portal

मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने दिया ओरियन सिक्योरिटी के खिलाफ कोहेफिजा पुलिस को आवेदन दिया।
मध्य क्षेत्र बिजली कंपनी ने ओरियन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नामक आउटसोर्स कंपनी के खिलाफ पुलिस को आवेदन दे दिया है। पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है जल्द ही ओरियन प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है लेकिन बिजली कंपनी ने उन जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की है जिसकी वजह से उक्त आउटसोर्स कंपनी के खिलाफ एफआईआर कराने की नौबत पड़ी है।
दरअसल ओरियन ने भोपाल सिटी सर्किल बिजली कंपनी को 1000 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी दिए हैं जो मीटर लगाने, मीटर बदलने, रीडिंग लेने, बिल बांटने, लाइन सुधारने समेत बिजली कंपनी के अन्य काम करते हैं। इन कर्मचारियों को दिसंबर माह का वेतन नहीं मिला है। बोनस और ईपीएफ की राशि समेत लेबर वेल्फेयर फंड की राशि भी इनके हित में जमा नहीं हुई है। ये सभी लाभ ओरियन सोल्यूशन प्रबंधन को देने थे जो कि नहीं दिए जा रहे हैं। इसी के चलते बिजली कंपनी ने उक्त आउटसोर्स कंपनी के खिलाफ 25 जनवरी की शाम को पुलिस में आवेदन दे दिया है।
असल में बीते वर्ष ही बिजली कंपनी ने कर्मचारियों की जरूरतों के हिसाब से आउटसोर्स कंपनियों से अनुबंध किए थे। तब ये अनुबंध मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी दफ्तर व मानव संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में किए गए थे। यहां कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने टेंडरशर्तो में छेड़छाड़ की थी जिसका असर टेंडर के दामों पर पड़ा था और इसका लाभ आउटसोर्स कंपनियों को मिला था। इस तरह करोड़ों रुपये के टेंडर हाथों हाथ दे दिए गए थे। जब कर्मचारियों को वेतन भुगतान की बारी आई तो आउटसोर्स कंपनियों ने बिल लगाने शुरू किए। जिसमें बिजली कंपनी ने सभी मदों का भुगतान आउटसोर्स कंपनियों को किया लेकिन बोनस का भुगतान करने से मना कर दिया। जब बिजली कंपनी ने बोनस देने से इंकार कर दिया तो आउटसोर्स कंपनियों ने भी बोनस की राशि देने से हाथ खड़े कर दिए। इस तरह शुरू से ही बोनस को लेकर मध्य क्षेत्र बिजली कंपनी में मारामारी चल रही है। इसका असर भोपाल शहर और ग्रामीण समेत कंपनी के सभी जिलों में काम करने वाले 10 हजार से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों पर पड़ा है। आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों का आरोप है कि इतने बड़े स्तर पर बिजली कंपनी में अनदेखी की गई। ये सभी आर्थिक अपराध से जुड़ी हैं। तब भी उर्जा विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। बिजली कंपनी के अधिकारी टेंडर में गड़बड़ी करने वाले जिम्मेदारों को बचाने के लिए अकेले आउटसोर्स कंपनी प्रबंधन को मोहरा बना रहे हैं। जबकि असल गलतियां तो टेंडर के समय ही अधिकारियों ने की थी।
कोहेफिजा थाने में दिया आवेदन
ओरियन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ बिजली कंपनी शहर वृत्त के अधिकारियों ने कोहेफिजा थाने में आवेदन दिया है। जिसमें आरोप लगाया कि टेंडर की शर्तों के अनुरूप ओरियन प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों को वेतन, बोनस व अन्य लाभ नहीं दिए जा रहे हैं। बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक शहर में ओरियन ने 1000 कर्मचारी बिजली कंपनी को उपलब्ध कराए हैं। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। वहीं पूर्व में कंपनी के एमडी गणेश शंकर मिश्रा कह चुके हैं कि ओरियन को हटाने की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।
- #Today in Bhopal
- #Bhopal News in Hindi
- #Electricity company
- #Bhopal Latest News
- #Bhopal Samachar
- #MP News in Hindi
- #Madhya Pradesh News
- #भोपाल समाचार
- #मध्य प्रदेश समाचार
हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .
Team Digital Education Portal
शैक्षणिक समाचारों एवं सरकारी नौकरी की ताजा अपडेट प्राप्त करने के लिए फॉलो करें |
||
---|---|---|
Follow Us on Telegram @digitaleducationportal @govtnaukary |
Follow Us on Facebook @digitaleducationportal @10th12thPassGovenmentJobIndia |
Follow Us on Whatsapp @DigiEduPortal @govtjobalert |